छत्तीसगढ़ के मैनपाट ह अपन सुघ्घर-सुघ्घर स्थल बर प्रसिद्ध हे। एखर खूबसुरती के चलत एला छत्तीसगढ़ के शिमला घलो कहे जाथे। मैनपाट म बसे 15 सौ तिब्बती परिवार मन के सती एला मिनी तिब्बत घलो कहे जाथे। ठंड के बेरा म इहां बरफ के चादर ढंक जथे उहें बारिश म अईसे लागथे जईसे आगास के बदरा ह भुईयां म उतर आए हे। रिमझिम बारिश के बीच एखर खूबसूरती ह देखत बनथे। लोगन मन के अंतस ले इही बात निकल जाथे कि सच म मैनपाट ह शिमला के कोनों कम नई हे।
मैनपाट ले लगे हे जलजलवान जेन ल जलजली घलो कहिथे। इहां दो ले तीन एकड़ भुईयां के माटी ह एतेक नरम हे कि पैर ले कूदे म ए ह हाले ल लग जाथे। अईसे लागथे जईसे ए भुईयां म रबर के चद्दर ल कोनों बिछा दे हे। कूदे हे शरीर घलो उपर जाए ल लग जाथे। गर्मी अऊ ठंडी म ए जगह ह लोगन मन के आकर्षण के केन्द्र रहिथे। बारिश म पानी भरे ले इहां पर्यटक मन कमेच आथे।
बारिश के बेरा म उत्तर छत्तीसगढ़ के उपर कम दबाव के क्षेत्र बनथे जेखर सती बादल ह घलो नीचे आ जाथे। बादल ह जब नीचे उतरथे त जईसे-जईसे ओखर तीर म जाबे त अईसे लागथे जईसे भुईयां ले बादर बहत हे। रिमझिम फुहार घलो इहां लोगन मन के मन ल मोह लेथे। ए अद्भुत नजारा ल देखे बर सरगुजावासी मन मैनपाट जाए म अब्बड़ रूचि दिखाथे।
बादल के नीचे आए ले सड़क के विजिबलिटी घलो कम हो जाथे। लोगन मन ल सावधानी ले अपन गाड़ी ल चलाए ल पड़थे। बादल ले घिरे मैनपाट के देखे के स्थान हे- जलजलवान, टाइगर प्वाइंट अऊ फिश प्वाइंट, जिहां पहुंचे के बाद बादल ल तीर ले देखे के अनुभव मिलथे।
इहां इहां घूमे जा सकत हे
- टाइगर प्वाइंट : 13 किलोमीटर, ए ह सुघ्घर झरना हे जेन बरसात के दिन म सुंदर नजारा देथे
- मेहता प्वाइंट: 8 किलोमीटर। घाटी के खूबसूरत नजारा, जिहां बादल ल अपन तीर म महसूस करे जा सकत हे
- मछली प्वाइंट: 20 किलोमीटर। इहू खूबसूरत झरना हे, जे बारिश म घूमे के लायक रहिथे
- परपटिया प्वाइंट: 25 किलोमीटर। इंहों जंगल के बीच ले गुजरत रद्दा ले बादल देखे जा सकथे। परपटिया प्वांइंट घलो खूबसूरत दिखथे।
- आलू के खेती: मैनपाट म आलू के खेती घलो प्रसिद्ध है। इहां तकरीबन 350 हेक्टेयर क्षेत्र म आलू के पैदावार होथे।
रूके के व्यवस्था
मैनपाट में निजी हाट बने हे। इखर अलावा पर्यटन विभाग का रिसार्ट घलो उपलब्ध है।