छत्तीसगढ़ म बहुतायात ग्रामीण मनखे निवास करथे। अऊ इही ग्रामीण क्षेत्र के सबले प्रचलित कलेवा ठेठरी ल कहे जाथे। ए ह छत्तीसगढ़ के एक प्रसिद्ध पकवान हरे। जेन ल का सियान, का मोटियारा जम्मो बड़ चाव ले खाथे। बोरे बासी संग टुकड़ा-टुकड़ा ठेठरी ल तोड़के ओला डाले अऊ खाए के मजा की कुछु अऊ हे।
बेसन ले बनाए जाने वाला ए कलेवा जेन ल बेसन के आटा ल सान के बनाए जाथे। एमा नमक, अजवाईन जाले जाथे। साने के बाद आटा ल छोटे-छोटे लोई ले के रस्सी कस बनाए जाथे जेखर बाद ओला गोल-गोल मोड़के जलेबी कस बना लेथे।
अब उही मोड़े हुए कच्चा ठेठरी ल तेल म फ्राई करे जाथे। थोड़किन लाल पन आए के बाद ठेठरी ल तेल ले बाहर निकाल ले जाथे अऊ तैयार हे सुघ्घर छत्तीसगढ़ी पकवान ठेठरी।